आपकी मिथुन राशि का फल
सोर मंडल की यह तीसरी राशि है जो कि मिथुन के नाम से जानी जाती है। अंग्रेजी में इस राशि को जैमिनी कहते हैं। इस राशि का स्वामी बुध ग्रह है व दिन बुधवार है। इस राशि का आकार स्त्री-पुरूष के जोडे जैसा है। जिसमें स्त्री क हाथ में बाद्य यत्रं व पुरूष का एक हाथ स्त्री की कमर पर है। यह राशि स्त्री-पुरूष के पारस्परिक आकर्षण का प्रतीक है। यह राशि द्वि-स्वभाव वाली हरित रंग वाली राशि है. इस राशि में मार्गशीर्ष नक्षत्र के दो चरण आते हैं जिनका स्वामी मंगल है। आर्द्रा नक्षत्र के चारों चरण आते हैं जिनका स्वामी राहू है और पुनर्वसु नक्षत्र के तीन चरण आते हैं जिनका स्वामी गुरू है। रंग, वायु तत्व व शीर्षोदयी राशि है। इसका निवास पश्चिम दिशा में, स्वभाव द्यूत-क्रीड़ा व रति है। यह रात्रि बली है। इसका सम्बन्ध वक्षस्थल-स्तनों-कन्धों व भुजाओं से है। इसका रत्न पन्ना व धातु सोना है। इस राशि के नाम अक्षर का-की-कु-घ-ड़-छ-के-को-ह आते हैं जिनसे अपके नाम का प्रथम अक्षर शुरू होता है।
मिथुन राशि के लोग मिलनसार, स्नेह प्यार रखने वाले होते हैं। ये अध्यनशील होते हैं। इनके हर दिन नए- नए विचार आते रहते हैं ये बातचीत में तेज व व्यापारिक बुद्धि के होते है। अगर इनको क्रोध आ जाए तो बाद मे पश्चाताप करते हैं। ये लोग अधिक धन जोड़ने की लालसा नहीं रखते और न ही उंचे पद पर पहुंचने की इनकी इच्छा होती है। ये थोड़ी देर काम करके उक्ता जाते हैं फिर थोड़ी से ताज़ा होकर तेज़ से काम निपटा देते हैं। ये कामचोर नहीं होते। इनके आमतौर पर एक से अधिक आमदनी के साधन होते हैं।
ये परिवर्तनशील होते हैं। विपरित लिंग वालों को जल्द आकर्षित कर लेते हैं। इनके अक्सर लब-आफेयर होते हैं। परन्तु वासना की भावना इनमें नहीं होती। ये होली-ड़े-मूड़ वाले होते हैं। हंसी खुशी में हर दर्द व गम को भूला कर जीते हैं। ये अपने जैसे ही जीवन साथी चाहते हैं। ये अनुशासन में रहना पसंद नहीं करते न ही अपने बच्चों को अनुशासन में रखते हैं। इनके सहयोगी, पड़ोसी व सगे-सम्बन्धी अक्सर इनके विरूद्व अपनी भावनाएं उजागर करते हैं। आप अपनी राशि के मुताबिक राशि से सम्बंधित इत्र व Perfume की सुगंध का अपने उपर इस्तेमाल करके आप अपने भाग्य को उज्जवल बना पाएगें व अपनी चिंतायों से मुक्ति प्राप्त करेगें। आपकी राशि मिथुन होने पर आपके लिए निंबू व गुलाब की सुगंध वाला इत्र व Perfume ज्यादा बेहतर है. इसे आप खास तौर से प्रतियोगिता परीक्षा देने , साक्षात्कार देने , मुक्दमे व यात्रा के समय पर प्रयोग कर अश्चर्य जनक लाभ प्राप्त कर सकते है।
बुध स्तुति
उत्पादरूपी जगतां चन्द्रपुत्रो महाद्युतिः।
सूर्यप्रियकरो विद्वान् पीड़ां दहतु मे बुधः।।
जपनीय बीज मन्त्रः- ऊँ ब्रां ब्रीं ब्रौं सः बुधाय नमः
बुध मन्त्रः- ऊँ ह्रां क्रों ड ग्रहानाथाय बुधाय स्वाहा
जपनीय मिथुन राशि मन्त्रः- ऊँ क्लीं कृष्णाय नमः
इस राशि का लक्ष्मी मन्त्रः- ऊँ क्लीं ऐं सौं
आपकी मिथुन राशि है
कर्क राशि वाले मनुष्य व शहर आप के धन के लिए शुभ है।
तुला राशि वाले मनुष्य व शहर आप के मानसिक शान्ति के लिए शुभ है।
कुम्भ राशि वाले मनुष्य व शहर आप के भाग्य के लिए शुभ है।
मीन राशि वाले मनुष्य व शहर आप के व्यवसाय के लिए शुभ है।
मेष राशि वाले मनुष्य व शहर आप के लाभ के लिए शुभ है।