आपकी तुला राशि का फल
सोरमंडल की यह सातवीं राशि है। जो कि तुला राशि के नाम से जानी जाती है। अंग्रेजी में इसे लिबरा कहते हैं। इस राशि का स्वामी बुध शुक्र ग्रह है व दिन शुक्रवार है। इस राशि का रूप तराजू हाथ में धारण किए हुए श्वेत वस्त्रधारी पुरूष की भांति है। यह बृहतकाय पुरूष जाति, चर संज्ञक, दिवस बली, त्रिधातु प्रकृति वाली, मध्यम संतति विषम, शीषोदयी, पश्चिम दिशी की स्वामिनी है। यह राशि वैभवशाली महानगरों, व्यापारिक स्थलों, न्यायालयों व मनोरजक स्थलों में वास करती है। इसका रत्न हीरा है व धातु सोना है। इसका भाग्यांक 6 है।
इस राशि में चित्रा नक्षत्र के दो चरण आते हैं। जिनका स्वामी मंगल है। स्वाति नक्षत्र के चारों चरण आते हैं। जिनका स्वामी राहू है। विशाखा नक्षत्र के तीन चरण आते हैं। जिनका स्वामी गुरू है। इनके नाम अक्षर रा-प-री-रू-रे-रो-ता-ति-तु-ते आते हैं। जिनसे आपके नाम का प्रथम अक्षर शुरू होता है।
तुला राशि के लोग अपने आदर्शों के पक्के होते हैं। ये समाज में जल्दी ही अपनी जगह बना लेते हैं। ये लोग अपने विचारों को नए ढंग से पेश करते हैं व हमेशा अन्याय का विरोध करते है जिससे इनके अन्दर एक नेता जन्म लेता है। आमतौर पर इनके विचार पत्नी/पती से नहीं मिलते। ये लोग अक्सर किताबों में छिपे रहते हैं। जिससे किसी-न-किसी नए विषय की खोज में सफल होते हैं। ये लोग धन इकट्ठा करने के लिए अधिक नहीे सोचते बल्कि सुख-सुविधा के लिए धन व्यय करते रहते हैं। विपरीत लिंग वाले इनकी तरफ जल्द आकर्षित हो जाते हैं। इसलिए इनके लवअफेयर होने भी आम बात है। ये जिस पार्टी या महफिल में जाए दूसरों को अपनी ओर खींचते हैं। दूसरे शब्दों मे ये महफिल की जान होते हैं। इस राशि की स्त्रीयां नौकरी करना भी पसंद करती है ताकि अपनी आज़ादी से अपने खर्चे कर सकें। इन्हें सुदंर कपड़े गहने व साज-सजावट का बहुत शौंक होता है। ये स्त्रीयां लडाई-झगडों से बहुत डरती है। ये अपने पति को पूर्ण सुख व बच्चों की देखभाल करती है। ये लोग अपने अधीन वालों से घुलमिल जाते हैं। इनके बॉस भी हर बात में राए जरूर लेते हैं। जहां ये प्रधान हों वहां झगड़े कम ही होते हैं। ये फैसला लेने में देर लगाते हैं पर सही फैसला लेते हैं। ये काम करते कुछ-न-कुछ मनोरंजन चाहते हैं। मिथुन, कुम्भ, मीन राशि वालों से इनकी अधिक बनती है। आप अपनी राशि के मुताबिक राशि से सम्बंधित इत्र व Perfume की सुगंध का अपने उपर इस्तेमाल करके आप अपने भाग्य को उज्जवल बना पाएगें व अपनी चिंतायों से मुक्ति प्राप्त करेगें। आपकी राशि तुला होने पर आपके लिए लिली व चंदन की सुगंध वाला इत्र व Perfume ज्यादा बेहतर इसे आप खास तौर से प्रतियोगिता परीक्षा देने , साक्षात्कार देने , मुक्दमे व यात्रा के समय पर प्रयोग कर अश्चर्य जनक लाभ प्राप्त कर सकते है।
भृगु(शुक्र) स्तुति
दैत्यमन्त्री गुरूस्तेषां प्रणवश्रव महाद्युतिः।
प्रभुस्ताराग्राहाणां च पीडां दहतु मे भृगुः।।
जपनीय बीज मन्त्रः- ऊँ द्रां द्रीं द्रौं सः शुक्राय नमः।
शुक्र मन्त्रः- ऊँ वस्त्रं मे देहि शुक्राय नमः।
जपनीय तुला राशि मन्त्रः- ऊँ तत्वनिरंजनाय तारकरामाय नमः।
इस राशि का लक्ष्मी मन्त्रः- ऊँ ऐं क्लीं श्रीं।
आपकी तुला राशि है
वृश्चिक राशि वाले मनुष्य व शहर आप के धन के लिए शुभ है।
मकर राशि वाले मनुष्य व शहर आप के मानसिक शान्ति के लिए शुभ है।
मिथुन राशि वाले मनुष्य व शहर आप के भाग्य के लिए शुभ है।
कर्क राशि वाले मनुष्य व शहर आप के व्यवसाय के लिए शुभ है।
सिंह राशि वाले मनुष्य व शहर आप के लाभ के लिए शुभ है।